Census of india,एक अप्रैल 2020 से शुरु होगी, भारत की जनगणना 2021
नई दिल्ली केंद्रीय गृह मंत्रालय इस बार होने वाली भारत की जनगणना 2021 का नाम हाउसहोल्ड लिस्टिंग दिया गया है।
Census of india,पहले चरण में हाउसहोल्ड को चिन्हित करने की प्रक्रिया
भारत सरकार की ओर से Census (जनगणना) 2021 और नेशनल पापुलेशन रजिस्टर तैयार करने की पहले चरण की प्रक्रिया एक अपैल 2021 से शुरू होकर 30 सिंतबर तक चलेगी। सेंसस 2021 शुरू होने के बाद पहले चरण में हाउसहोल्ड यानि घरों को चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, पहला चरण 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक के बीच में किया जाएगा जिसका नाम हाउसहोल्ड लिस्टिंग है।,जनगणना 2021 का संचालन 22 में से 18 अनुसूचित भाषाओँ में किया जायेगा , जबकि 2011 की जनगणना का संचालन 16 अनुसूचित भाषाओँ में किया गया था।
पहले चरण अप्रैल, 2020 से सितम्बर 2020 के बीच किया जाएगा, जबकि दूसरे चरण का आयोजन 9 फरवरी, 2021 से 28 फरवरी, 2021 के दौरान किया जायेगा। इस जनगणना में लगभग 31 लाख से अधिक प्रशिक्षित अधिकारी कर्मचारी हिस्सा लेंगे,
Census of india,पहली बार मोबाइल एप के जरिए होगी 2021 की जनगणना
पहली बार ऑनलाइन के साथ मैन्युअल भी होगी जनगणना 2021 के लिए हो रहा ग्रामीण और शहरी वर्गीकरण इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय का कहना है कि अगली जनगणना मोबाइल एप के जरिए होगा। मंत्रालय ने कहा, ‘2021 की जनगणना अपनी तरह की पहली जनगणना थी जिसे मिक्सड मोड अप्रोच- एक मोबाइल एप (रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया कार्यालय द्वारा बनाया गया) के जरिए किया जाएगा। जनसंख्या गणना के चरण के दौरान जनता के पास ऑनलाइन आत्म गणना की सुविधा होगी।
‘मंत्रालय ने आगे कहा, ‘जहां आपके डाटा के बारे में गोपनीयता की गारंटी जनगणना अधिनियम, 1948 के द्वारा दी जाती है। वहीं इसी कानून के तहत सार्वजनिक और जनगणना अधिकारियों दोनों के लिए अधिनियम के किसी भी प्रावधान के गैर-अनुपालन या उल्लंघन के लिए जुर्माना देना पड़ सकता है।‘
जनगणना 2021 के लिए राजपत्र जारी, देनी होगी 31 जानकारी
जनगणना 2021 के लिए तैयारियां मुकम्मल करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। भारत के महा रजिस्ट्रार नवीन जोशी की तरफ से 7 जनवरी को जारी की गई अधिसूचना में मकान सूचीकरण का कार्य 1 अप्रैल से 30 सितंबर 2020 तक किया जाएगा। इस बाबत देशभर के सभी जिलाधिकारी और उपायुक्तों को इस बाबत तैयारियां मुकम्मल करने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें जनगणना कार्य में लगाए जाने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को निर्धारित प्रोफार्मा पर सूचनाएं अंकित करनी होगी।
2021 जनगणना में सरकार के नुमाइंदे उन इलाकों में हेलीकॉप्टर से भी जाएंगे, जहां जाना मुश्किल होगा। हालांकि पिछली बार 2011 के जनगणना में भी इसका इस्तेमाल हुआ था, लेकिन इस बार विस्तृत तरीके से इसका इस्तेमाल होगा।
जनगणना के लिए सरकार ने 31 सवाल तैयार किए हैं, जिसमें घर की दीवार, छत से लेकर स्मार्टफोन और किचन व टॉयलेट भी शामिल है। जनगणना कार्य में लगे कर्मचारी घर में रहने वाले हर व्यक्ति की सूची तैयार करने के लिए घर-घर जाएंगे। घर से जुड़ी जानकारी देनी होगी
1, बिल्डिग नंबर (म्यूनिसिपल या लोकल अथॉरिटी नंबर)
2, मकान की छत, फर्श और दीवार में प्रयुक्त प्रमुख सामग्री
3, मकान का इस्तेमाल किसलिए हो रहा है
4, मकान की स्थिति
5, परिवार क्रमांक परिवार के बारे में देनी होगी यह जानकारी
6, घर में कितने लोग हैं?
7, मुखिया का नाम क्या है?
8, लिग
9, क्या मुखिया अनुसूचित जाति, जनजाति या अन्य समुदाय से हैं?
10, मकान की ऑनरशिप किसकी है?
11, कितने कमरे हैं?
12, कितने शादीशुदा जोड़े रहते हैं?
13, पीने के पानी का मुख्य सोर्स क्या है?
14, पानी के स्त्रोत की उपलब्धता क्या है?
15, घर में बिजली का मुख्य स्त्रोत क्या है? रसोई के बारे में भी बतानी होगी
16, मकान में कोई टॉयलेट है या नहीं?
17, किस-किस प्रकार के टॉयलेट हैं?
18, ड्रेनेज सिस्टम कैसा है?
19, कोई वॉशरूम है या नहीं?
20, किचेन है या नहीं? इसमें एलपीजी या पीएनजी कनेक्शन है या नहीं?
21, किचेन में इस्तेमाल होने वाला ईंधन कौन सा है? टेलीवीजन-मोबाइल की जानकारी
22, क्या कोई टेलीविजन है?
23, घर में कोई ट्रांजिस्टर या रेडिया है या नहीं?
24, इंटरनेट की सुविधा है या नहीं?
25, लैपटॉप और कंप्यूटर है या नहीं?
26, घर में कोई बेसिक फोन, मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन में से क्या है?
27, कार-बाइक, अनाज से जुड़े
28, घर में साइकिल, स्कूटर, बाइक या मोपेड में से क्या है?
29, कार, जीप, वैन है या नहीं?
30, घर में मुख्य तौर पर कौन सा अनाज खाते हैं?
31, जनगणना से जुड़ी जानकारी के लिए एक मोबाइल नंबर भी देना होगा।
एनपीआर और सेंसस का फार्म अलग अलग होगा
एनपीआर में गणना अधिकारी ये जानकारी मांगेंगे
• आधार नंबर
• मोबाइल नंबर
• डीएल नंबर यदि हाउसहोल्ड के पास है तो
जनगणना 2021 पूछे जाएंगे ये सवाल, दिया गलत जवाब तो देना पड़ेगा दंड
इस बार की जनगणना में सवालों के जवाब सही-सही देने होंगे। अधिकारियों के अनुसार अगर गलत जानकारी दिया तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया है। गलत जवाब देने पर खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माने की राशि 1000 रुपये तक हो सकती है।
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