Skip to content
सिद्धबाबा की पहाडी की लम्बाई 1172 मी है और बुंदेलखण्ड पठार में है
रीवा पन्ना पठार को अवध का पठार कहा जाता है
दक्कन ट्रेप चट्टाने मालवा के पठार के अतंरर्गत आता है
सागर का पठार, सोपान का पठार, झालावाड का पठार मालवा त्रि अति आव
मध्यभारत के पठार मे जलोढ मिट्टी पाई जाती है तथा चि ई नहर और कुएँ से होत
डबरा चीनी कारखाना ग्वालियर में है
खैर लकडी से कत्था बनाने क काना मुना में ह
आर्कियन युग की चहनों से छपा का पठार बना
बुन्देलखण्ड का ठार लई दोमट मिट्टी से बना
साता देव द्वारा दतिया में बन पा य था शिशुपाल की राजधानी चंदेरी
के पठार को विधन के परम से जाना जाता है
सतपुडा मैकल प्रदेश का धिक मा भाग दक्कन लावा से बना है
राजपीपला, स पुडा, १ मैकल श्रेणियाँ सतपुडा मैकल प्रटेण में “पी है प्रते
और बेतवा है
बघेलखण्ड की प्रमुख फसल चावल है
छिन्दवाडा जिले में धारवाड शैल समूह को सौसर क्रम के नाम से जाना जाता है
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की स्थापना 1974 में हुई थी
पश्चिमी म.प्र में प्रमुख रूप से कपास होता है
सोयाबीन अनुसंधान केन्द्र इंदौर में है
कपास महत्वपूर्ण नकद फसल है
फसलों के आधार पर सात भागों में वर्गीकृत किया गया है
जूट के समान रेशों को मेंस्टा कहा जाता है
म.प्र में बीज और फार्म विकास का मुख्यालय भोपाल में है
म.प्र मे सब्जी विकास कार्यक्रम 1990-91 में चालु किया गया था
म.प्र को 7 कृषि प्रदेशों मे विभाजन किया गया हे
म.प्र की 70 प्रतिशत जनता कृषि पर निर्भर है
महिला कृषिकों के विकास के लिये डेनमार्क सहायता प्रदान करता है
पशुधन ओर कुक्कट विकास निगम की स्थापना 1982 में की गई थी
रीवा जिला सर्वाधिक अलसी उत्पादन करता है
लगभग 62 % सोयाबीन उत्पादन म.प्र में होता है
नया मसाला पार्क गुना में प्रस्थावित है
लोकवन गेहँ ईरान को निर्यात किया जाता है
सिनेवेटिव परियोजना रेशम पालन के लिये विदिशा में चलाई गई थी
सर्वाधिक पुष्प रतलाम जिले में होते है
रॉक फास्फेट की चट्टानें झाबुआ मे पाई जाती है
म.प्र में सर्वाधिक मैगनीज पाया जाता है
कोरडम अयस्क सीधी में पाया जाता है
राज्य खनिज निगम की स्थापना 1962 में की गई थी
देश के कोयले का 35% म.प्र में पाया जाता है
रेणुकूट एल्युमीनियम कारेखानें उ.प्र को बाक्साइट अमरंकटक से भेजा जाता है
सलीमनाबाद ताँबे के लिये प्रसिद्ध है ये कटनी में स्थित है
म.प्र मे जिप्सम रीवा में पाया जाता है
चूने के पत्थर केल्केरियस चट्टानों में पाया जाता है
फायर क्ले गोण्डवाना युग की चट्टानों में पाया जाता है
सेलखेडी जबलपुर में पायी जाती है
खनिज पदार्थो को चार भागों में विभाजित किया गया है
बूलफ्राम टंगस्टन का अयस्क है
फेल्सपार जबलपुर में पाया जाता है
लोह अयस्क में म.प्र का 5 वा स्थान है
पाथरखेडी बेतूल में है तथा कोयले के लिये प्रसिद्ध है
म.प्र में देश का 22% ताँबा पाया जाता है
लोह अयस्क का निर्यात जापान और जर्मनी को किया जाता है म.प्र से
पानपठा कोयला क्षेत्र उमरिया में स्थित है
मेंग्नीज उत्पादन में म.प्र का स्थान तृतीय है
म.प्र मे लोह अयस्क और कोयला सबसे महत्वपूर्ण अयस्क है
औद्योगिक दृष्टि से म.प्र का स्थान 7वा है
एम्पोरियम का नाम है मृगनयनी
चीनी बर्तन उद्योग ग्वालियर मे अधिक होता है
कैंट औद्योगिक केन्द्र इंदौर में है
मालनपुर औद्योगिक केन्द्र भिण्ड में है
बेनीगंज छतरपुर जिले की सिंचाई परियोजना है
सबसे बडा जलग्रहण मिशन राजीव गांधी वारटरसेड है
अपर तिवारा नहर परियोजना सिवनी जिले में है
पगारा बांध जो ग्वालियर जिले में है म.प्र के पुराने बांधों में से एक है
मूरम नाला बालाघाट में है
इंदिरा सागर से सर्वाधिक पनबिजली प्राप्त होती है
गुलाब सागर बांध सीधी जिले में है
बरना परियोजना रायसेन जिले में है
वेलस्पन सौर परियोजना नीमच जिले में है
धुति बांध वैनगंगा नदी पर है
मडीखेडा बांध सिंध नदी पर शिवपुरी जिले में है
महू-नीमच राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग के लिये प्रस्तावित है
देश के कुल रेल मार्ग का 10 प्रतिशत म.प्र में है कुल लंबाई 6100 किलोमीटर है
पोस्ट एण्ड टेलीग्राफ रिपेरिग सेन्टर जबलपुर में है
कुल हवाई अड्डे 5 है म.प्र के 16 जिलों में टेलेक्स सुविधा उपलब्ध है
म.प्र में 70 दूरदर्शन रिलें केन्द्र है
म.प्र से 20 राष्ट्रीय राज्यमार्ग गुजरते है
अतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे दो है
देश की पहली निजी टेलीफोन सेवा एयरटेल देवास में चालू हुई थी
म.प्र के 12 जिलों की सीमा उ.प्र से मलती है
क्षेत्रफल की दृष्टि से दो बडे जिले क्रमश: छिंदवाडा और शिपपुरी है
प्रथम रेल मार्ग म.प्र में 1867 में चालू हुआ था
रेलवे कोच फेक्ट्री की स्थापना 1976 मे हुई थी
म.प्र पर्यटन का ब्रांड एम्बेसडर अभिषेक बच्चन को बनाया गया है
स्नेह प्रपात खजुराहों में है
खजुराहों 1986, साँची 1989, भीम बैटका 2003 में युनेस्कों में सामिल किये गये
भेडाघाट जलप्रपात नर्मदा ओर बावन नदी पर जबलपुर में ह
खजुराहों मंदिर की कुल संख्या 25 है
22 रियासतों ने 22 अप्रैल 1948 को भारत संघ में शामिल हुये थे
प्रदेश में 7 प्रकार के पर्यटन स्थल है
रायसेन दुर्ग राजवंसती ने बनवाया था
कपिलधारा और दुग्धधारा जलप्रपात शहडोल जिले में है
साँची मे स्तूप की संख्या 3 है
रानी दुर्गावती की समाधी जबलपुर के बरेली में है
सख्याराजे सिधिया की समाधी शिवपुरी में है
नोहटा चंदेल वंश की राजधानी थी
खुजराहों मंदिर का निर्माण चंदेल शासकों द्वारा 950 से 1050 ई के मध्य बनवाया गय
बाघ की गुफाओं को रंगमहल के नाम से जाना जाता है
कन्हरगढ़ दुर्ग दतिया जिले में है
मण्डला दुर्ग बंजर और नर्मदा नदी के संगम पर है
खुजराहों मंदिर तीन समूहों में बटा है
ऊन जैनियों का तीर्थ स्थल है और खरगोन में है
रानी रूपमती का महल बाजबहादुर ने बनबाया था
वराह की विशाल प्रतिमा उदययगिरि की गुफाएँ में है
इन्द्रगढ़ पुरास्थल मंदसौर जिले मे है
मानव खोपडी का कंकाल हथनौरा जिला होशंगाबाद में प्राप्त हुआ
बडे बाबा का मंदिर कुण्डलगिरी में है
चतुर्भुज मंदिर, रामलला मंदिर तथा नारायण मंदिर ओरछा दुर्ग
कच्छापघात मंदिर ग्वालियर में है
बादल महल रायसेन जिले में है
बुन्देला की छतरी ओरछा में है
सतखण्डा महल दतिया में है
प्रसिद्ध चामुण्डा माता एवं तुलजा भवानी का मंदिर देवास में है
कबरा गुफाएँ शहडोल में है
कजलीगढ़ किला इंदौर में है
राहत गढ़ किला सागर में है
अटल बिहारी पार्क इंदौर रीजनल पार्क के नाम से जाना जाता है
कन्दरिया महादेव मंदिर खजुराहों में है
उज्जैन के मदिरं द बुंदेला आर्ट के उदाहरण है
घुमाओं महल हिंडोला महल के नाम से जाना जाता है
मध्यप्रदेश को 2013 में सर्वश्रेष्ठ पर्यटन राज्य पुरस्कार मिला था
भाण्डेर गैस पर आधारित विद्युत गृह है जो दतिया में स्थित
म.प्र ऊर्जा विकास निगम की स्थापना 1982 में की गई थी
अमरकंटक ताप विद्युत गृह शहडोल जिले में है
संसार का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयत्र इटारसी में लगाया जा रहा है
हीराकुण्ड बांध में म.प्र की 5 मेगावाट बिजली मिलती है
म.प्र में कोयले के विशाल भण्डार विन्ध्य क्षेत्र में है
म.प्र में 10 ताप विद्युत केन्द्र है
कोरबा सुपर थर्मल पॉवर स्टेशन मध्यप्रदेश में है
अटल ज्योति अभियान की शुरूआत जबलपुर से 20 जनवरी 2013 को चालू हुई थी
जवाहरलाल नेहरू अकादमी सागर में है
प्रथम पुलिस महानिरीक्षक वी.जी.घाटे थे
प्रथम पुलिस महानिदेशक बी.पी.दुबे थे
महिलाओं से संबंधित समस्या का निराकरण के लिये विशेष सेल भोपाल में है
नारकोटिक्स थाना इंदौर में है
सीमा सुरक्षा बल अकादमी ग्वालियर में है
म.प्र राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की स्थापना 1983 में हुई थी
कालिदास अंवति के महान कवि थे
उर्दू अकादमी की स्थापना 1976 में की गई थी
नागाजी का मेला मुरैना में लगता है
गुलाम हुसैन खान सितार बादन से संबंधित है
म.प्र पत्रकारिता का शुभारंभ 1840 में हुआ था
मालवा समाचार इंदौर में 6 मार्च 1848 में प्रकाशित हुआ था ये हिन्दी भाषा का प्रथम था
नईदुनिया का प्रकाशन इंदौर में होता है 1947 से चालू हुआ है
वीणा का प्रकाशन इंदौर में जबकि साक्षात्कार, चौमासा कलावती भोपाल से प्रकाशित हो
जहूरबख्स प्रसिद्ध बाल साहित्य लेखक है
कल्पना मासिक पत्रिका के सम्पादक भवानी प्रसाद मिश्र रहे है
एक टोकरी भर मिट्टी हिन्दी की प्रथम कहानी थी
कामताप्रसाद गुरू मान्य व्याकरण रचियता है म.प्र के
छत्रशाल दशक के मध्ययुगीन रचनाकार महाकवि भूषण थे
हिम तरंगिणी माखनलाल चतुवेर्दी की रचना है
शरदजोशी का जन्म उज्जैन में हुआ था
सेठ गोविन्ददास को सर्वाधिक समय तक लोकसभा में बैठने का मोका मिला
राष्ट्रीय रामलीला मेला भोपाल में आयोजित होता है
रोजगार निर्माण का प्रकाशन 1984 से प्रारंभ हुआ
ब्लैकटाइगर-सागर, अंजाम-दतिया, अवन्तिका -इंदौर से प्रका,
जलबिहारी मेला छतरपुर में लगता है
सैरा नृत्य बुन्देलखण्ड में किया जाता है
ईसुरी पुरस्कार लोक कला कृति के लिये दिया जाता है
कालिदास सम्मान 5 क्षेत्रों में दिया जाता है
वीरसिंह देव पुरस्कार उपन्यास के लिये दिया जाता है
भूषण प्रसंग समारोह पन्ना में होता है
मौरतें बुंदेलखण्ड का लोक कलाकृति है
कोहबर एवं तिलंगा बघेलखण्ड से संबंधित है
गोटमार प्रथा जाम नदी के किनारे छिदवाडा में होती है
संत रविदास महांकुभ सागर में आयोजित होता है
छाहुर लोकनाट्य बघेलखण्ड में प्रचलित है
कुमार गंधर्व मूलत: कर्नाटका के थे
कालिदास ने उज्जैन की राजकुमारी विधोत्तमा से सादी की थी
अलाउद्दीन खान सरोद वादक के गुरू हाबूदत्त थे जो विवेकानन्द के बडे भाई थे
पं.रविशंकर शुक्ल पुरस्कार बाल साहित्य के लिये दिया जाता है
प्रथम लतामंगेशकर पुरस्कार नौशाद अली को दिया गया था
परचरी संत सिंगाजी की रचना है
ईसुरी का संबंध बुंदेलखण्ड से है
वयंग्य लेखन का सर्वोच्य सम्मान शरद जोशी सम्मान है
सिहोनिया मुरैना में स्थित जैन तीर्थ स्थल है
जरी का काम ग्वालियर में होता है
सोने के रंग का दरबार हॉल महाराजा जीवाजी राव सिंधिया संग्रहालय ग्वालियर में है
रॉक आश्रयों को मानव संग्रहालय भोपाल चित्रित करता है
युरोपीय चित्रों को आश्रित केद्रीय संग्राहलय इंदौर चित्रित करता है
खुजराहो के सबसे बडा और प्रभावशाली समूह पश्चिमी समूह है
देओरकथा बौद्ध स्तूपों के लिये प्रसिद्ध है
बलुआ पत्थर से खुजराहों मंदिर का निर्माण किया गया था ये नगरी वास्तुकला के नमूना
भीमबैटिका गुफाए नवपाषाण युग की है
चतुर्भुज नाथ मंदिर गांधी सागर अभयारण्य के निकट है
बधाई बुंदेलखण्ड क्षेत्र का लोकनृत्य है
नावदा टोली खरगोन में है
कबीर सम्मान भारतीय कविता के लिये दिया जाता है 3 लाख का पुरस्कार दिया जाता है
रवीन्द्र भवन विशाल सभागार है
खुजराहों महोत्सव 1976 में शुरू किया गया था
संस्कृत अकादमी उज्जैन में 1985 में खोली गई थी
संस्कृत विभाग द्वारा 7 क्षेत्रों में राज्य सम्मान दिया जाता है
पुरातात्विक संस्कृति में रचनात्मक योगदान के लिए वाकणकर सम्मान दिया जाता
ध्रपुद समारोह भोपाल में । पदमाकर सागर में माखनलाल खा जित
वन्या रेडियो का शुभारंभ अलीराजपुर 2011 मे किया गया था
सर्वाधिक आदीवासी जिला धार है
गोल घधेडा भील द्वारा होली पर मनाया जाने वाला उत्सव है
भीमसेन मारिया जाति का देवता है
हल्वा कबीर पंथी जनजाति है
पश्चिम म.प्र की जनजाती भील है
Post navigation
error: Content is protected !!
Leave a Reply