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मोहम्मद युसूफ खत्री बाघ प्रिंट शिल्प के लिये विख्यात है
तमसा नदी जिसे ताओन भी बुनाया जाता है सतना जिले में है
कोशक महल चंदेरी में स्थित है
राज्य मानवअधिकार आयोग की स्थापाना 1995 में की गई थी
अलसी उत्पादन में रीवा जिला प्रथम है
ग्वालियर के किलें में तेली का मंदिर द्रविड़ शैली का बना है
पंजाब मेल हत्याकाण्ड 1930 में हुआ था खण्डवा स्टेसन पर
राज्य नाटय विद्यालय भोपाल में है हिन्दी क्षेत्र का प्रथम नाट्य विद्यालय है
अटल जी का जन्म 25 दिसम्बर 1926 मे ग्वालियर में हुआ था स्वासन दिवस मनाया जाता है
दतिया जिले में रतनगढ़ मंदिर है
भारत का पहली डिजाइन विश्वविद्यालय उज्जैन में खुलेगा
मण्डला मे प्रचीन वेधशाला की खोज की गई है निर्माण राजा कदिव ने कराया
ध्रुपद गायक उद्ययभवालकर उज्जैन के है
जौरा में महात्मा गाँधी सेवा आश्रम है
बस्तरिया हल्वा जनजाति की प्रजाति है
यह है जिन्दगी नाटक के लेखक शरद जोशी है
राज्य महिला आयोग का गठन 1998 में किया गया था
अटल जी का नम्बर 44 वा है भारत रल में
लता मंगेश्कर, राहुल द्रवड, सीनम खान, सलमान खान, जॉनीवाकर, दग्विजयसिहं का जन्म-इंदौ-
शंकर दयाल शर्मा, रघुराम राजन, का जन्म भोपाल में हुआ था
अनिल काकोडकर ग्वालियर में जनमे थे
जया बच्चन जबलपुर में जनमी थी
आचार्य रजनीश रायसेन में जन्मे थे ओसो
शंकर लक्ष्मण, अम्बेडकर- महु में
अर्जुन सिहं सीधी और मुकेश तिवारी का जन्म सागर में हुआ था
बालकृष्ण शर्मा नवीन-शाजापुर में
भवनी प्रसाद मिश्र, हरिशंकर परसाई-होशंगावाद जिले में
विष्णु चिचालकर देवास में जन्में थे
कसरावद संग्रहालय खरगोन में है
कजलीगढ़ किला इंदौर में है
भोपाल के युद्ध 1737 में बाजीराव ने हैदराबाद के निजाम को हराया था
10 वाँ हिन्दी सम्मेलन 2015 भोपाल में हुआ था
माण्डू के शासक बाजबहादुर अकबर के समकालीन थे
अंतिम होलकर यशवंतराव थे
ताज-उल-मस्ज्दि भोपाल का निर्माण बहादुर शाह जफर ने कराया था
चतुभुर्ज मंदिर मदसौर में राजा मधुकर ने कराया था
तोमर और राजपूत राज्य की राजधानी माण्डू थी
महाराजा जीवाजी राव सिंधिया संग्रहालय भोपाल में है
लता मंगेशकर का वास्तविक नाम हेमा था
देओरकथा अपने बोद्ध स्तुप के लियें प्रसिद्ध है
भोरते बुन्देलखण्ड क्षेत्र का लोक कला है
माण्डू सिटी आफ ज्वाय के लेखक गुलाम मजदानी थे
संजय सरोवर योजना वेनगंगा नदी से संबंधित है
. काकरी बर्डी से क्षिप्रा नदी का उदगम हुआ है
क्षिप्रा की सहायक नदिया सरस्वती और खार है
लश्कर की सीमा यमुना और चम्बल नदी बनाती है
इंदौर में जल की आपूर्ति यशवंत सागर बाँध से होती है
म.प्र और उ.प्र की सीमा का निर्धारण जामनी नदी करती है
वाटर शेड मैकाल पहाड़ियों को कहा जाता है
जमनी नदी सागर जिले से निकलती है
साइक्लोपिन बाँध बेतवा नदी पर है यह रायसेन जिले में है
सल्लाखें नर्मदा द्वारा गठित जल निकासी व्यवस्था है
त्रिवेणी बेनगंगा की सहायक नदी है
कैमूर भाण्डेर पर्वत श्रेणी यमुना और सोन नदी के जल विभाजन का कार्य करती है
बाघ परियोजना बालाघाट जिले को लाभ पहुचाती है
वेलस्पन सौर परियोजना नीमच में स्थित है
गुलाब सागर महान परियोजना सीधी जिले में है
कटोरी के भाति बनावट अशरफी महल की है
घुमाओं महल को हिडोला महल भी कहते है
सुंदर महल ओरछा में स्थित है
म.प्र के सभी अभ्यारण में गोर पक्षी पाया जाता है
म.प्र की सबसे ऊँची अवासीय इमारत पिनेकल ड्रीम्स है
म.प्र में गोलन ट्रैगंल ग्वालियर झाँसी खुजराहों है
वारेन हेस्टिग ने ग्वालियर कों हिन्दुस्तान की कुजी कहा था
रेल सेवा आयोग का मुख्यालय भोपाल में है इसकी स्थापना 1976 में की गई थी
भारत का मानक मध्यान्ह सिंगरौली से गुजरता है
घोटुल प्रथा मुडिया जाति से संबंधित है
नर्मदा नदी के कछार में 23 जिले स्थित है
कुनों नदी का उद्गम शिवपुरी है
कैमूर सीमेट उद्योग के लिये प्रसिद्ध है
सबसे बडा हथकरगा उद्योग बुरहानपुर में है
म.प्र में 46 स्वीकार्य राज्य जातियाँ है
बारिया जाति पाताल कोंट में पाई जाती है
सबसे पुराना उर्दु समाचार पत्र नदीम था
भरतीय सांरग (दुकना) घाटीगांव अभ्यारण में पाया जाता है
म.प्र में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरूआत कान्हा में 1974 में की गई थी
द्वारिका प्रसाद मिश्र म.प्र से संविधान सभा के सदस्य थे
थापटी नाच कोरकू जाती द्वारा किया जाता है
सैरानृत्य और जावरा नृत्य बुन्देलखण्ड से संबंधित है
बसदेवा लोकगायन बघेलखण्ड से संबंधित है
तरूण-भादुरी पुरस्कार पत्रकारिता के लिये दिया जाता है
भारत के 10 वे प्राधानमत्री अटल जी थे
डाँ शकरदयाल शर्मा – पंजाब, महाराष्ट्र और आन्ध्रपदेश के राज्यपाल भी रहे थे
मानसिह तोमर स्टीपल चेज खेल (एथलीट) में 7 बार विजेता रहे थे
2011 की न्यनतम जनसंख्या आगर मालवा है तथा अधिक इंदौर है
सहस्बाहु मंदिर ग्वालियर में है
रानी अवन्तिबाई की समाधि मण्डला में है
असीरगढ़ का किला बुरहानपुर मे है
रंगों की बोली पुस्तक माखनलाल चतुर्वेदी की है
दीपक राग गाने से तानसेन की मृत्यु हो गई थी
चरण पादुका कांड छतरपुर के निकट हुआ था
भ्रंश घाटी से नर्मदा नदी बहती है
सांची के स्तूप में सारिपुत्र एवं मोग्दलायन की अस्थियाँ
गौर नृत्य मुडिया जनजाति से संबंधित है
पचमढी में अप्सरा फॉल्स परी फॉल्स भी कहा जाता है
बालगंगा नदी देवास में है जो कि खेओनी अभयारण से गुजरती है
अंजार नदी रायगढ़ जिले में है
इवेन पूल पचमढी में है
केन और खादर नदी के बीच राहेन झरना है
देओर कथा का संबंध बोद्ध धर्म से है
एशिया क सबसे बड़ा तालाब गोविंद गढ़ है
बलुआ पत्थरों से खजुराहों मंदिर का निर्माण हुआ है
राजा यशोधर्मन ने हूण राजाओं के हराया था
नर्मदा घाटी और विध्य के दक्षिणी भाग के पश्चिम भाग मे निमाड क्षेत्र है
सूर्योस्त बिन्दु या बमनी दादर कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में है
नर्मदा और तवा नदी के संगम पर मांढर झरना है
बरोदिया चंबल नदी की सिंचाई नहर है
बेनीगंज छतरपुर जिले की सिंचाई नहर है
पुष्पमित्र शुंग ने सांची स्तूप नष्ट कर दिया था
सिंधी अखबार फर्ज भोपाल से प्रकासित होता है
बुन्देलों का आरोहण म.प्र में 1883 में हुआ था
टेपा सम्मेलन उज्जैन में आयोजित होता है
बीना रिफाइनरी ओमान की सहायता से स्थापित हुई थी
विश्व की प्रथम भीली भाषा की फिल्म फैसला की सूटिग झाबुआ में हुई
द डेली कॉलेज इंदौर में है
शहडोल जिला बघेलखण्ड पठार में आता है
गोहर महल भोपाल में है
रिक्शा पर्वत के नाम से अमरकंटक जाना जाता था
व्हाइट टाइगर क्षेत्र बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में है
पैराडाइस फ्लाइकैचर शिवपुरी में है
तमसा या टोंस नदी सतना जिले मे है
तांदूला और सुखया बांध तांडुला नदी पर है
बारना नदी रायसेन जिले में है
पानी रोका अभियान 1994 में शुरू की गई थी
नर्मदा उत्तर भारत और दक्षिण भारत की पारम्परिक सीमा है
क्वारी नदी मुरैना में बहती है
नर्मदा की सहायक नदी सुनार है
प्रियदर्शनी पार्क भोपाल में है
वैनगंगा नदी पर धुति बाँध है
सिंध नदी पर मेडीखेडा बांध है
टूरिया जंगल सत्याग्रह 1930 में सिवनी जिले में है
विश्व का एक मात्र स्थान जहा सूर्य 90 अंश पर झुकता है उज्जैन है
देश का सबसे बडा सोलर संयंत्र नीमच में है
सर्वाधिक घनत्व भोपाल तथा कम डिडोरी में है
अलीराजपुर और सिंगरौली 2008 में बने 17 व 24 मई को
आगर-मालवा 16 अगस्त 2013 को बना गठन के समय 43 जिलें थे
दशकीय वृद्धि 20.3 प्रतिशत रही है
अब्दुल्ला शाह चंगल का मकबरा धार में है
सतपुडा ताप विद्युत केन्द्र बेतूल में हे इसकी क्षमता 1142 मेगावाट है
जार्ज कैसल भवन माधव शिवपुरी उद्यान में है
विश्व बैक की अभ्यारण संरक्षण योजना में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान सामिल
आल्हा, चौकडिया फाग, हरदौल की मन्नत , बाबलिया गीत, वेरायट गायन है
भरथरी गायन, सांझा गीत , हीड़ गायन- मालवा क्षेत्र का लोकगायन है
विरहा गायन बघेलखण्ड का लोकगायन है
कलंगी तुर्रा निमाड क्षेत्र का लोकगायन है
कालिदास अकादमी की स्थापना 1977 में हुई थी
तुलसी अकादमी की स्थापना 1987 में हुई थी
मालकुण्ड जल प्रपात बीना नदी पर रायसेन जिले मे हे
. कपिल धारा+ दुग्ध धारा जलप्रपात नर्मदा नदी परी अनूपपुर जिले में है
मांधार+दरदी जलप्रपात नर्मदा नदी पर औकारेश्वर में है
पातालपानी चोरल नदी पर इन्दौर जिले में है
सहस्त्रधारा नर्मदा नदी पर महेश्वर खरगोन जिले में है
7 टाइगर रिर्जव प्रोजेक्ट है
विक्रम पुरस्कार की राशी 1 लाख रूपये है
नर्मदा की सहायक नदिया- शेर, दूधी, श्क्कर , हिरन, हथनी, कुन्दी, तवा
चम्बल की सहायक नदिया(यमुना में मिलती है)-पार्वती, कालीसिंध
ताप्ती की सहायक नदिया) – पूर्णा, शिवा, बोरी
क्षिप्रा की सहायक नदिया(चम्बल में मिलती है)-खान, …..
सोन की सहायक नदिया(गंगा में मिलती है)-जाहिला, वनास, गोपद, रिह
गोमटगिरी इंदौर में है जैन तीर्थ है ये
हिंगोट इंदौर में खेला जाता है
ऊन जैन मंदिर खरगोन में है
सर्वाधिक मूगफली खरगोन जिले मे होती है
नागचुन बांध खण्डवा में स्थित है
बुरहानपुर के निकट अहूखाना में मुमताज की मृत्यु हुई थी
उज्जैन में जंतर मतर सवाई राजा जय सिहं ने बनावाई थी
मंनगलाथ मंदिर उज्जैन में है
नॉलेज सिटी की स्थापाना उज्जैन में हुई है
गोपाल मदिरं उज्जैन में निर्माण बयाजी सिंधे ने कराया था
रतलाम की स्थापना कैप्टन बोर्थविक ने कराया था 1829 में
हसैन टेकरी रतलाम में है
रामायण काल मे म.प्र का शासक यदुवंशी नरेश मधु था
द्रविड शैली का एकमात्र सास-बहु का मंदिर महिपाल ने बनबाया था
सिधियावंश के संस्थापक राणोजी सिंधिया थे
चरण पादुका नरसंहार के आदेश फिशर ने दिये थे
बाँधोगढ़ मघाराज वशं की राजधानी थी
एरण अभिलेख का संबंध भानु गुप्त से है
ओरछा की स्थापना राजा रूद्रप्रताप ने की थी 1531 में
तुमैन अभिलेख अशोक नगर में है
अकबर द्वारा तानसेन का रामचन्द्र के दरवार से बुलाया था
खामबाबा के नाम से विदिशा के गरूण स्तम्भ को जाना जाता है
हिन्दु नेपोलियन कर्णदेव का संबंध कलचुरी वंश से है
मानकौतुहल की रचना मानसिंह तोमर ने की थी
सम्राट अशोक द्वारा वेश्य टेकरी स्तूप का निर्माण उज्जैन में कराया गय
दुर्गावती चंदेल शासक कीरतसिंह की पुत्री थी
भोपाल राज्य की स्थापना दोस्त महोम्मद खान ने की थी
महिष्मति का भ्रमण हेन्साग द्वारा किया गया था
गौरीशंकर महादेव के मंदिर भेडाघाट में है
परमार वंश के शासकों द्वारा भर्तृहरि की गुफाएँ बनबाई गई थी
कर्ण की जन्मस्थली कुतवार आसननदी (मुरैना) को माना जाता है
राजा मुचकुंद की गुफा मुरैना में है
दतिया किले की दीवारों पर बिहारी सतसई के
दयांनद सरस्वती ने म.प्र में खण्डवा में आर्य समाज की स्थापना की था
बाजीराव का जन्म धार के किलें मे हुआ था
आल्हा ऊदल चंदेल शासकों के दरवार में थे
बाज बहादुर अकबर के समकालीन थे
चन्देल शासकों की राजधानी खजुराहों थी
धार के किले का निर्माण मोहम्मद तुगलक ने कराया था
मंदसौर किले का निर्माण अलाउद्दीन खिलजी ने कराया था
बधाई लोकनृत्य बुंदेलखण्ड का है
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