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- राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या 20 है
- राष्ट्रीय राजमार्गो का चौराहा ब्यावरा मे है
- एन एच 3 की लबाई 717 किलोमीटर है
- NH3 NH27 का संगम बिन्दु रीवा जिले मे है
- प्रदेश में 5 हवाई अड्डे है
- खेत सडक योजना का शुभारंभ 2014 में हुई
- 2005 वर्ष सडक वर्ष के रूप में मनाया गया था
- रेल स्प्रिंग कारखाना ग्वालियर में है
- . डीजल इंजन कारखाना विदिशा में है
- प्रदेश में दूरसंचार सेवा 1974 में चालू हुई
- रेडियो मिर्ची की शुरूआत 2001 में हुई
- दूरदर्शन केन्द्र 3 है
- 1280. तानसेन(1980)-ग्वालियर, कालिदास(1980)-उज्जैन, ध्रुपद-भोपाल, निमाड़(1994)-खरगे
- ओरछा(1994)-टीकमगढ़, दुर्लभ वादविनोद समारोह-शजापुर में , बालकृष्ण शर्मा-शजापुर , सुभ्र
- जबलपुर अमीर खॉ इंदौर में मनाया जाता है, पदमाकर-सागर,। में समारोह मनाये जाते है ।
- चतुवेर्दी समारोह खण्डवा में मनायें जाते है
- केन्द्रीय पुरतात्विक संग्रहालय इंदौर में है
- माधवराव सप्रे पत्रकारिता संग्रहालय भोपाल में है
- राज्य शासन के 10 संग्राहलय है
- देवी अहिल्या बाई होल्कर संग्राहलय खरगोन में है
- कुकडेश्वर संग्राहलय टीकमगढ़ में है
- आदिवासी कला संग्रहालय खजुराहों में है
- दुष्यंत कुमार संग्रहालय भोपाल में है
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल 1985
- राजा मृगेन्द्र संग्रहालय शहडोल में है महाराजा सीतामऊ संग्राहालय मंदसौर में है
- जैन संग्रहालय जयसिंहपुर उज्जैन में तथा एक ओर टीकमगढ में है
- शिखर सम्मान–1980 में ये तीन क्षेत्रों में दिया जाता है-साहित्य,रूपंकर,प्रदर्शनकारी
- कबीर-86-87 में भारतीय कविता के क्षेत्र में। 3 लाख पुरस्कार राशी है
- . तानसेन -1980- हिन्दुस्तानी संगीत। 2 लाख पुरस्कार राशी है
- कालिदास-1980 में ये 5 क्षेत्रों में-शास्त्रीय संगीत, नृत्य, रंगकर्म ,रूपंकर कलाए, संस्त
- कुमार गंधव 1992 में स्थापित हुआ और 1 लाख का इनाम मिलता है
- चन्द्रशेखर आजाद सम्मान में 1.5 लाख दिया जाता है
- वीरसिंह देव पुर. उपन्यास के लिये दिया जाता है
- रामचन्द्र शुक्ल पुर. आलोचना के लिये दिया जाता है
- भवानी प्रसाद मिश्र पुर. कविता के लिये दिया जाता है
- ईसुरी पुरस्कार लोकभाषा कृति के लिये
- रविशंकर शुक्ल पुर. बाल साहित्य में 12 वर्ष के बच्चो के लिए
- चक्रधर फैलाशिप-लोककला क्षेत्र में अमृता शेरगिल-ललित कला |माधवमुक्तिबोध
- 2010-11 में माण्डू को सर्वश्रेष्ठ नगरीय प्रबंधन पर्यटन पुरस्कार दिया गया था
- तानसेन सम्मान 2017-पं.डालचंद शर्मा को दिया गया
- कालिदास सम्मान 2017 वंशी कौल को दिया गया
- पहला किशोर रत्न पुरस्कार 2014 को योगेश प्रवीण को दिया गया था
- बिलौवा गुफाएँ ग्वालियर में है
- मृगेन्द्रनाथ गुफाएँ रायसेन में है
- शंकराचार्य की गुफाएँ ओंकारेश्वर में है
- मारा की गुफाएँ सिंगरौली में है
- कबरा गुफाएँ राजगढ में है
- आदमगढ की गुफाएँ होशंगाबाद में है
- मुक्तागिरी बैतूल में है दिग्मबर जैनियों का पवित्र तीर्थ स्थल
- बावनगजा भगवान आदिनाथ की विशाल मूर्ति है ये भी जैन तीर्थ स्थल है
- पुष्पगिरि जैनों का तीर्थ स्थल है ये देवास में है
- सोना गिरी दतिया मे है-जैन धर्म
- माण्डू में -जहाल महल, रानी रूपमाती का महल,अशरफी महल, बाज बहादुर महल,
- चचाई जलप्रपात, केवटी जलप्रपात, बहुटी जल प्रपात रीवा में स्थित है
- फूलबाग, सूर्य मंदिर, जयबिलास महल, गवालियर का किला ग्वालियर में है
- बादल महल, इत्रदार महल, राजा रोहित महल–रायसेन में है
- बघेलन महल, मोती महल मण्डला में है
- सतखण्डा महल दतिया मे है
- राजा अमन महल पन्ना में है
- असीरगढ़ किला बुरहानपुर में है
- चंदेरी( कीर्तिपाल ने बनवाया था) का किला अशोक नगर में है
- नरवर का किला शिवपुरी में है
- बांधवगढ़ किला उमरिया में है
- पेशावा बाजीराव के समाधी रावेरखेडी (खरगोन ) में है
- करना बाबा की समाधि होशंगाबाद में है
- झलकारी बाई समाधी ग्वालियर में है
- पुरातात्विक स्थल कसरावद और नावदा टोली खरगोन में
- पुरातात्विक स्थल त्यौथर रीवा में है
- पुरातात्विक स्थल कायथा उज्जैन मे है
- पुरातात्विक स्थल पवाया ग्वालियर में है
- ऐरण सागर में है
- . ग्यारसपुर पुरातात्विक स्थल विदिशा में है
- भारत का प्रथम राष्ट्रीय युवा महोत्सव 1925 भोपाल में मनाया गया था
- आपरेशन फैथ डॉ. वरदराजन ने नेतृत्व किया था
- कोयला टरशियरी युग की चट्टानों में पाया जाता है
- दक्षिण विजय पर मुहम्मद तुगलक ने धार का किला बनबाया था
- नौगांव मत्स्योद्योग प्रशिक्षण संस्थान छतरपुर में है
- देवर विवाह का सम्बंध बैगाओं में होता है
- गोडों का प्रमुख देवता बूढादेव है
- बैगा, सहरिया भारिया म.प्र की तीन पिछड़ी जातिया है
- करमा बैगाओं का प्रमुख नृत्य है
- भीलों के गाँवों कों फाल्या कहा जाता हे
- दुध लोटावा विवाह -गोड जनजाति का है
- गोल गधेडा उत्सव-और भील भगारिया उत्सव भी भील का है
- गोहिया पंचायत कोल जनजाती की है
- भीमसेन देवता-भारिया का है
- राजापंथ भीलों का प्रमुख देवता है
- भीलों के मकानों को कू नाम से जाना जाता है
- मृतक संस्कार में सिडोली प्रथा कोरकू में प्रचलित है
- सहारिया कतारबद्ध मकानों की श्रृंखला बनाकर रहते है
- जडी-बुटिया से दवाएँ बनाने में सहारिया जाती दक्ष है
- भारियाओं की बोली भरनोती कहलाती है
- बुढा देव दुल्हादेव नागदेव भारिया के देवता है
- कोल दहका कोल लोगों का प्रमुख नृत्य है
- घोटुल प्रथा बैगा जाति की है
- गोचों लोक नृत्य भीलों का है
- बरेदी लोक नृत्य ग्वाल जनजाति का है
- खम्भ स्वाग लोक नृत्य कोरकू का है
- सैला लोक नृत्य भारिया का है
- सुआ लोक नृत्य बैगा जाति का है
- घोटुल युवाग्रह मुडिया जनजाति का है
- उराँव धुमकोरिया जनजाति का है
- मुण्डा जनजाति का युवागृह गिटिओरा है
- उपग्रह नियंत्रण केन्द्र भोपाल में है
- भारत का प्रथम पुरातात्विक पार्क दमोह जिले के संग्रामपुर में है
- विकलांग विश्वविद्यालय चित्रकूट में है
- बैढ़न ताप केन्द्र सिंगरौली पूर्व सांवियत संघ की सहायता से बना है
- कैमूर व मैकाल पर्वत का मिलन स्थल शहडोल है
- विनोबा भावें ने जबलपुर को संस्कार राजधानी कहा था
- स्टोन पार्क सलामनाबाद कटनी में है
- बेतुल के कुकरू में कॉफी का उत्पादन होता है
- विष संग्रहण केन्द्र झलारा शाजापुर में है
- विक्टोरिया ब्रिज आलीराजपुर में है
- सारोगारों गुफा साहोर जिलें में है
- गोटमार प्रथा छिंदवाडा में प्रचलित है
- महार रेजीमेन्ट का मुख्यालय सागर में है
- दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना में 20 हजार तक मिलते है
- गाँव की बेटी योजना 2005 में चालू कि गई थी
- मुख्यामंत्री कन्या दान योजना की शुरूआत 2006 में हुई
- जननी सुरक्षा योजना 2006 में चालू की गई
- बीपीएल परिवार को 1रू गेहू तथा 2रू किलों चावल की दर से महिने में 35 किले
- डीपीआईपी योजना 2001 में चालू की गई विश्व बैंक की सहायता से
- जलदीप योजना मछवारों के लिये पहले यह योजना मोबाइल ऑगनवाडी के नाम से सं
- जाबालि योजना 2004 में चालू की गई थी
- मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना 2012 में चालू की गई है
- नर्मदा-क्षिपा लिंक योजना 29 नबम्बर 2012 मे चालू की गई है
- . टंट्या भील स्वारोजगार योजना 2013 में चालू की गई थी
- ई-लाडली लक्ष्मी योजना 11 मई 2015 को चालू हुई
- म.प्र महिला नीति 20 मई 2015 को बनाई गई है
- नवीन वन नीति 4 अप्रेल 2015 को मंजूर हुई है
- होशंगशाह का मकबरा, रेवाकुण्ड रूपमती मंडप, नीलकंठ महल, लोहानी गुफाए
- अशर्फी महल, रानी रूपमति का महल—– माण्डू में है
- नर्मदा, सोन, जोहिला नदी का उदगम स्थल अमरकंटक है
- माई की बगिया, कबीर चौरा भृगु कमण्डल , पुष्कर बाँध, दुग्धार, नर्मदा कुण्ड—अम
- . जानकी कुण्ड , सती अनुसूइया, गुप्त गोदावरी, भातकूप, स्फटिक शिला-
- वेलकम हेरीटेज गोल्फ वयू होटल पंचमढी में है
- केप्टन फोरसे ने पचमढी की खोज की थी
- बंदर कूदनी – धुआँधार प्रपात – भेडाघाट में है
- नर्मदा और कावेरी के संगम ओंकारेश्वर में है इसका आका
- गौरी सोमनाथ मंदिर तथा ममलेश्वर मंदिर- ओमकारेश्वर में है
- अहिल्या संग्रहालय, राजेश्वरी मंदिर ,पेशवाघाट-महेश्वर में खरगोन जिलें मे है
- उज्जैन कुम्भ पर्व में वृहस्पति सिंह राशि पर होता है
- कालियादेह उज्जैन में स्थित है
- खुजराहों मंदिर का निर्माण चन्देल राजाओं ने 950-1050 में करवाया था 1986 में युने
- कंदरिया महादेव मंदिर, आदिनाथ, पार्श्वनाथजैन मंदिर, दूल्हा देव मंदिर -खु
- महापात्र गुप्तकालीन मंदिर ओर संग्रहालय साँची जिला रायसेन में है
- साँची को युनोस्कों में 1989 में सामिल किया गया था
- लक्ष्मी नारायण मंदिर, फूलबाग, शहीद स्मारक ओरछा जिला टीकमगढ में है
- मुक्ता गिरि (बैतूल), पागिरि (खरगोन), सोनागिरि (दतिया), हिंगलाज गिरि(इंदौर)-जैन
- मालादेवी मंदिर तथा त्रिपुर सुन्दरी प्रतिमा विदिशा में है
- बांदकपुर दमोह हिन्दू तीर्थ स्थल है
- . कुंडलपुर दमोह जैन तीर्थ स्थल है
- खुनी दरवाजा, धोरन मठ- चंदेरी अशोकनगर में है
- चचाई जल प्रपात रीवा में है इसकी उचाई 130 फीट है
- पावागिरि खरगोन मे 99 जैन मंदिर है
- विश्व का सबसे बडी गुफा समूह भीम बेटिका रायसेन जिले में है
- भाबरा अलीराजपुर में है
- राज्य मानवअधिकार आयोग की स्थापाना 1995 में की गई थी
- अलसी उत्पादन में रीवा जिला प्रथम है
- ग्वालियर के किलें में तेली का मंदिर द्रविड़ शैली का बना है
- पंजाब मेल हत्याकाण्ड 1930 में हुआ था खण्डवा स्टेसन पर
- राज्य नाटय विद्यालय भोपाल में है हिन्दी क्षेत्र का प्रथम नाट्य विद्यालय है
- अटल जी का जन्म 25 दिसम्बर 1926 मे ग्वालियर में हुआ था स्वासन दिवस मनाया
- दतिया जिले में रतनगढ़ मंदिर है
- भारत का पहली डिजाइन विश्वविद्यालय उज्जैन में खुलेगा
- मण्डला मे प्रचीन वेधशाला की खोज की गई है निर्माण राजा कर्णदव ने कराया था
- ध्रुपद गायक उद्ययभवालकर उज्जैन के है
- जौरा में महात्मा गाँधी सेवा आश्रम है
- बस्तरिया हल्वा जनजाति की प्रजाति है
- यह है जिन्दगी नाटक के लेखक शरद जोशी है
- राज्य महिला आयोग का गठन 1998 में किया गया था
- अटल जी का नम्बर 44 वा है भारत रत्न में
- लता मंगेश्कर, राहुल द्रवड, सीनम खान, सलमान खान, जॉनीवाकर, दग्विजयसिहं
- शंकर दयाल शर्मा, रघुराम राजन, का जन्म भोपाल में हुआ था
- अनिल काकोडकर ग्वालियर में जनमे थे
- जया बच्चन जबलपुर में जनमी थी
- आचार्य रजनीश रायसेन में जन्मे थे ओसो
- अर्जुन सिहं सीधी और मुकेश तिवारी का जन्म सागर में हुआ था
- बालकृष्ण शर्मा नवीन -शाजापुर में
- भवनी प्रसाद मिश्र, हरिशंकर परसाई- होशंगावाद जिले में
- विष्णु चिचालकर देवास में जन्में थे
- कसरावद संग्रहालय खरगोन में है
- कजलीगढ़ किला इंदौर में है
- भोपाल के युद्ध 1737 में बाजीराव ने हैदराबाद के निजाम को हराया था
- 10 वाँ हिन्दी सम्मेलन 2015 भोपाल में हुआ था
- माण्डू के शासक बाजबहादुर अकबर के समकालीन थे
- अंतिम होलकर यशवंतराव थे
- ताज-उल-मस्ज्दि भोपाल का निर्माण बहादुर शाह जफर ने कराया था
- चतुभुर्ज मंदिर मदसौर में राजा मधुकर ने कराया था
- तोमर और राजपूत राज्य की राजधानी माण्डू थी
- महाराजा जीवाजी राव सिंधिया संग्रहालय भोपाल में है
- मध्य प्रदेश सलेक्टेड जीके फोर माई डियर
- माखनलान चतुवेर्दी समारोह खण्डवा में मनाया जाता है
- हिमकिरीटिनी, हिमतरंकगिनी, युगचरण, समर्पण, पॉव-पॉव, अमीर इरादे समय के पाँव , रंगों की
- होली, कृष्ण अर्जन-माखनलान चुर्तेवेदी की रचना है
- हिल्लोल, प्रलय-सृजन , जीवन के गान मिट्टी की बारात, युग का मोल- सिवमंगलसिंह सुमन की रचना है
- सीधे-साधे, त्रिधारी, विखरे मोती, उन्मादी- सुभद्राकुमारी चौहन की रचना है
- रानी नागफनी की कहानी, भूत के पाँव पीछे, शिकायत मुझें भी है , हँसते है रोते है, विकलागं- हरिशंकर की रचनाये है
- रहा किनारे बैठ, यथासंभव, फिर किसी बहाने, अधों का हाथी, एक था गधा- शरद दोशी की रचनाए है
- उर्मिला, स्तवन, कुमकुम-बालकृष्य शर्मा नवीन की रचनाये है
- भूरी-भूरी , एक साहित्यिक की डायरी, नई कविता भारत इतिहास और संसकृति, चाँद का मुह टेडा मुक्तिबोध की रचना है
- गीत फासेस, अंधेरी कविताएँ ,गाँधी पंचशील-भवानी प्रसाद मिश्र की रचना है
- पं.माखन लाल चतुर्वेदी प्रभा प्रत्रिका और कर्मवीर समाचार पत्र सम्पादित करते थे
- भारत भ्राता का प्रकाशन रीवा से होता है विध्य का प्रथम समाचार पत्र था
- नईदुनिया का प्रकाशन इंदौर से होता ह
- खेल हलचल एक मात्र खेल पत्रिका है इंदौर से प्रकाशन होता है
- जीरण अभिलेख मंदसौर में है
- भीम नायक मण्डेश्वर से 1857 की क्रांति के नता था
- टंट्या भील निमाड
- रानी अंवतीबाई रामगढ़-
- अजुर्न सिहं के समय फूलनदेवी ने आत्मसमर्पण किया था
- दोगलिया गाँव खण्डवा में है जहा एक ताप विद्युत केन्द्र का शिलान्यास किया गया है
- दूसरा विष संग्रहालय शाजापुर में खोला गया है
- . विछडे वर्गो की क्रमीलियर 8 लाख कर दी गई है
- भीमा नायक की कर्मस्थली बड़वानी में है
- पन्ना आँवला जिला और जबलपुर आम जिला घोषित किया है
- ज्ञानदूत परियोजना। (धार-घाटा बिल्लोद को स्टॉकहोम पुरस्कार दिया गया है)
- म.प्र को नारू रोग से मुक्त राज्य घोषित किया गया है
- शिल्प गुरू इस्माइल सुलेमान खत्री की बाग प्रिंट छपाई कला को विकसित किया है
- महादजी सिंधिया ने ग्वालियर राज्य की स्थापना की थी
- बैंड डॉप्लर राडार की स्थापना भोपाल में की गई है मौसम की सटीक जानकारी के लिये
- पहला शिल्पग्राम छतरपुर में है
- वाहन जनित प्रदूषण से सर्वाधिक प्रभावित जिला मुरैना है
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